लेखक:
डॉ. प्रमोद कोवप्रत
जन्म : 1973 केरल के कण्णूर ज़िले के इरिणाव गाँव में। शैक्षिक योग्यताएँ : एम.ए. हिन्दी, एम.ए.अंग्रेज़ी, नेट (यू.जी.सी.), बी.एड., अनुवाद में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, पीएच.डी. हिन्दी। प्रकाशित पुस्तकें : भारतीय जीवन मूल्य और ज्ञानपीठ पुरस्कृत हिन्दी कवि, समकालीन हिन्दी कविता का तापमान, शताब्दी कवि : धरती और धड़कन, हिन्दी गद्य विमर्श के नये क्षितिज। सम्पादन : इक्कीसवीं शती में अनुवाद : दशाएँ और दिशाएँ, हिन्दी साहित्य : समकालीन परिप्रेक्ष्य, हिन्दी साहित्य : समय से साक्षात्कार, समकालीन हिन्दी साहित्य और नये विमर्श, काव्य चयनिका (101 समकालीन हिन्दी पारिस्थितिक कविताओं का संकलन), साहित्य का सामयिक सरोकार, हिन्दी दलित साहित्य : एक मूल्यांकन, हिन्दी दलित साहित्य का विकास। पुरस्कार : केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय (भारत सरकार) का राष्ट्रीय पुरस्कार; 'साहित्य गौरव सम्मान', उ.प्र.; 'यास्क पुरस्कार', वाराणसी; 'हिन्दी भाषाभूषण सम्मान'; 'अनुराग साहित्य सम्मान'; 'राष्ट्रीय साहित्यांचल सृजन सम्मान', राजस्थान; विद्या वाचस्पति उपाधि, बिहार। अन्य : 25 से अधिक पुस्तकों में रचना-सहयोग। 100 से अधिक आलेख प्रकाशित। सम्प्रति : अध्यक्ष, हिन्दी विभाग, कालिकट विश्वविद्यालय, मलाप्पुरम ज़िला, केरल-673635 स्थायी पता : कोवप्रत हाउस, चेनक्कल, कालिकट विश्वविद्यालय, मलाप्पुरम ज़िला, केरल-673635 |
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भाषा प्रौद्योगिकी और प्रयोजनमूलक हिन्दीडॉ. प्रमोद कोवप्रत
मूल्य: $ 18.95
"प्रयोजनमूलक हिन्दी: वैश्वीकरण और प्रौद्योगिकी युग में विस्तार और उपादेयता" आगे... |